भारत में सनातन विवाद के बीच अमेरिकी शहर में 3 सितंबर को ‘सनातन धर्म दिवस’ घोषित
Sanatan Dharma Diwas News
तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को डेंगू और मलेरिया बताए जाने पर देशभर में हंगामा मचा हुआ है। यूपी में वकील हर्ष गुप्ता और राम सिंह लोधी की शिकायत पर सनातन धर्म के खिलाफ अभद्र भाषण और टिप्पणी करने के आरोप में कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे के साथ उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है.
इस बीच अमेरिका के लुइसविले (केंटकी) में मेयर ने हर साल 3 सितंबर को सनातन धर्म दिवस घोषित कर दिया है। अब 3 सितम्बर 2023 से अमरीकी शहर लुइसविले में हर साल 3 सितंबर सनातन धर्म दिवस मनाया जाएगा।
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अमेरिका के लुइसविले में हिंदू मंदिर में आयोजित महाकुंभ अभिषेकम उत्सव के दौरान मेयर क्रेग ग्रीनबर्ग की अनुमति से डिप्टी मेयर बारबरा सेक्स्टन स्मिथ ने घोषणा की है कि अब 3 सितंबर को सनातन धर्म दिवस के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने इसे ऑफिशियल करने पर खुशी भी जताई है।
इस दौरान घोषणा के दौरान कई गणमान्य हस्तियां मौजूद रहीं
जब इसे जारी किया गया तो उस दौरान महाकुंभ अभिषेकम उत्सव के दौरान परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष परमपूज्य श्री श्री सानिध्य और साध्वी भगवती सरस्वती भी मौजूद थीं। इनके अलावा परमार्थ निकेतन ऋषि के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती, उपराज्यपाल जैकलीन कोलमैन, उप प्रमुख स्टाफ कीशा डोरसी सहित अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद थे।
जानिए क्या कहां था मंत्री उधयनिधि स्टालिन
गौरतलब है कि 2 सितंबर को तमिलनाडु में एक आयोजन के दौरान उधयनिधि स्टालिन ने एक बयान में कहा था कि सनातन धर्म मलेरिया और डेंगू की तरह है। कुछ चीजें हैं, जिन्हें हमें खत्म करना है और हम सिर्फ विरोध नहीं कर सकते। उन्होंने अपने बयान में यहां तक कहा दिया कि मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया ऐसी चीजें हैं, जिनका हम विरोध नहीं कर सकते हैं। हमें उन्हें खत्म करना है। सनातन धर्म भी ऐसा ही है। सिर्फ सनातन धर्म का विरोध नहीं करना है, बल्कि उन्मूलन करना हमारा पहला काम है।