Basant Panchami 2025: बसंत पंचमी पर करें ये पांच शुभ कार्य

प्रतिवर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को बसंती पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार बसंत पंचमी का पर्व 02 फरवरी 2025 को मनाया जायेगा। इस दिन ज्ञान की देवी माता सरस्वती के साथ साथ कलम और दवात की पूजा की जाती है।

इस शुभ दिन को तक्षक पूजा और कामदेव पूजा भी होती है। आइए जानते है इस दिन किए जाने वाले खास 5 शुभ कार्य

सरस्वती ध्यान मंत्र (Saraswati Dhyan Mantra)

या कुन्देन्दु तुषारहार धवला या शुभ्रवस्त्रावृता।
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।।
या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा।।
शुक्लां ब्रह्मविचारसारपरमांद्यां जगद्व्यापनीं।
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यांधकारपहाम्।।
हस्ते स्फाटिक मालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्।
वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्।।
सरस्वती विद्या मंत्र (Saraswati Dhyan Mantra)
सरस्वति नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणि।
विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु मे सदा।।

 

वसंत पंचमी पर करें 5 खास कार्य:-

  1. सरस्वती पूजा: इस शुभ दिन में विद्या, बुद्धि, वाणी और ज्ञान की देवी सरस्वती माता को पूजा करें। इस पूजा से राहु दोष का निवारण होता है इसके साथ साथ ज्ञान, नोकरी और जीवन में लाभ होता है।
  2. किताब पेन का दान: इस दिन सरस्वती पूजा के बाद धार्मिक ग्रंथ, किताब, पेन और स्याही का दावत आदि चीजों का दान करना चाहिए।
  3. प्रेम दिवस : इस दिन बसंत ऋतु का आगमन होता है इस लिए इस दिन को बड़े उत्साह के साथ मनाना चाहिए। बसंत ऋतु को प्रेम की ऋतु कहा जाता है।
  4. पहली शिक्षा प्रारंभ :इस दिन बच्चों का जीवन का पहला अक्षर लिखना सिखाया जाता है। छोटे बच्चे इस शुभ दिन से शिक्षा का आरंभ करते है।
  5. पारंपारिक वस्त्र : इस दिन पुरुष कुर्ता पाजामा पहनें और स्त्रियां पीले या वासंती रंग की साड़ी पहने। इस पर को पारंपरिक वेशभूषा के साथ मनाना चाहिए।

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