Hath jod ne araj karu Aarti हाथ जोड़ ने अर्ज करू आरती
मां अम्बे या कुलदेवी माताजी की आरती करने के बाद माताजी से प्रार्थना की जाती है, जिससे माताजी जल्दी प्रसन्न होती हैं और कृपा करती हैं। माताजी की पूजा या प्रार्थना करने के अलग-अलग माध्यम हैं। यहां हम आपको हाथ जोड़कर माताजी की अर्ज आरती बताते हैं। आरती के बाद इस आरती को अपने परिवार के साथ माताजी के सामने ऊंचे स्वर में जरूर गाना चाहिए।
Haath Jod Ne Arj Karoo Aarti(हाथ जोड़ ने अर्ज करू आरती)
माँ हाथ जोड़ ने, अर्ज करू सुन मावड़ी,
चामुण्डा महारानी मांरी, आज तिरा दे नावडी
मां आज तिरा दे नावडी ||1||
भव सागर रो पार न पायो, पवन जकोला खावे है ।
डूबत मारी आज नावडी, तुम बिन कौन तिरवे रे
आव आव तू अम्बे वेगी, आवरे चामुण्डे महारानी ….
मां आज तिरा दे नावडी||2||
चलसुरी ने वश मे कीनो, ऊपर किनी असवारी
बलसू मारियो देतीय मावड़ी, मोठी थारी बलिहारी
थारी माया रो, नहीं है कोई पार् रे
चामुण्डे महारानी, मां आज तिरा दे नावडी ||3||
तू ही लक्ष्मी, तू ही गोरी, तू ही अम्बे आरासुर वाली,
तू ही काली, तू माँ ज्वाला, तू ही पावागड वाली माँ
तीनो लोक माई, जागे थारी जोत रे
चामुण्डे महारानी, मां आज तिरा दे नावडी ||4||
नवरात्रि में नव दुर्गा रो जो कोई ध्यान लगावे रे
रक्षा करती रहे भवानी बेड़ों पार लगावे रे,
चरण आयो री राखों लाज रे चामुण्डे महारानी ..
मां आज तिरा दे नावडी||5||