Kedarnath Dham 2024: आखिर भाई दूज के दिन ही केदारनाथ धाम के कपाट क्यों बंद होते हैं? जानें 2024 में कब होंगे बाबा केदारनाथ के दर्शन
हमारे हिंदू धर्म के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम है। हर साल इस दिव्य ज्योतिर्लिंग के कपाट दिवाली के दो दिन बाद भाई दूज के दिन बंद किए जाते है।
मंदिर के कपाट बंद करने के 6 महीने बाद वापिस मंदिर के कपाट भक्तों के दर्शन के लिए खोले जाते है। केदारनाथ धाम को बाबा बर्फानी के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर के कपाट बंद करने से पहले गर्भगृह में पूरे विधि विधान से समाधि की पूजा की जाती है। यहां हर साल भक्तों की भारी भीड़ रहती है।
मंदिर के कपाट बंद होंने के बाद भक्त बाबा के दर्शन कैसे करते है
केदारनाथ धाम के कपाट हर वर्ष भाई दूज के दिन पूरे 6 महीने के लिए बंद हो जाते है। मंदिर के कपाट बंद करने के बाद बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली को ओखीमठ से ओंकारेश्वर मंदिर में बड़े धूम धाम से लाया जाता है। इसके बाद 6 महीने तक यहां पर लोग बाबा केदारनाथ के दर्शन कर सकते है।
भाई दूज के दिन या सर्द ऋतु के प्रारंभ में ही क्यों बंद होते हैं केदारनाथ मंदिर के कपाट
हर वर्ष बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खुलने या बंद होने की तिथि पहले ही तय होती है। इसी तिथि के अनुसार मंदिर के प्रबंधक मंदिर के कपाट खोल सकते है और बंद कर सकते है। मंदिर के कपाट भाई दूज के दिन बंद करने की मुख्य 2 वजह है।
- पौराणिक धार्मिक कथाओं के अनुसार महाभारत युद्ध समाप्त होने के बाद पांचों भाई पांडव अपनी धर्मपत्नी द्रोपदी के साथ हिमालय आ गए। यहां पर उन्होंने स्वर्ग की प्राप्ति के लिए भगवान शिव के मंदिर का निर्माण और पितरों का तर्पण किया। धर्मकथाओ में बताया गया है कि पांडवो ने भाई दूज के दिन ही पितरों का तर्पण किया था। इसी वजह से भाई दूज के दिन बाबा केदारनाथ धाम के कपाट 6 महीने के लिए बंद कर दिए जाते है।
- मौसम के अनुसार सर्द ऋतु का आरंभ भाई दूज के दिन से शुरू होता है। इस ऋतु में हिमालय में भारी मात्रा में बर्फ बारी होती है। ऐसे मौसम में वहां रहना या जाना जानलेवा होता है। इस कारण से मंदिर के कपाट भाई दूज के दिन से 6 महीने के लिए बंद कर दिए जाते है।
केदारनाथ के कपाट इस साल 2024 में कब खोले जायेंगे?
इस वर्ष बाबा बर्फानी के मंदिर के कपाट 10 मई 2024 में खोले जायेंगे। 10 मई से सभी शिव भक्त बाबा केदार के दर्शन सुबह 7 बजे से कर सकेंगे।
केदारनाथ के कपाट खोलने या बंद करने का फैसला कौन करता है?
बाबा के मंदिर के कपाट खोलने का फैसला मंदिर के पुजारियों द्वारा अक्षय तृतीया के दिन किया गया है, और इसका सार्वजनिक ऐलान महाशिवरात्रि के दिन किया जाता है।