द्वारका के 10 सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थान | Best Places to visit in Dwarka

द्वारकाधीश मंदिर भगवान भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है। द्वारका मंदिर मे लाखो भक्त दुनिया के कोने कोने से भगवान के दर्शन करने आते है। इस मंदिर मे किसी भी मौसम आप दर्शन करने के लिए जा सकते हो।

यह मंदिर भले ही समुन्द्र मे डूब गया हो लेकिन भक्तों का प्रेम तथा आस्था इस मंदिर से हमेशा जुड़ी हुई रहेगी। द्वारका नगरी छ बार समुन्द्र मे डूब चुकी है अभी जो वर्तमान मे नगरी है वो सातवी बार बसाई गयी है।

द्वारकापुरी मे द्वारकाधीश मंदिर के अलावा भी बहुत दर्शनीय स्थल है जहां पर भक्तों को अवश्य जाना चाहिए। आइए द्वारकपुरी के आसपास स्थित तीर्थ स्थलो के बारे जानते है।

1. द्वारकधीश मंदिर(Dwarkadhish Mandir)

यह मंदिर भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है। मंदिर मे दर्शन करने जाने से पहले भक्तो की गोमती घाट मे स्नान करने की परंपरा है जो मंदिर ठीक पीछे है। इस मंदिर के दो मुख्य द्वार पहला मोक्ष द्वार तथा दूसरा स्वर्गद्वार  है। स्वर्गद्वार से आपको मंदिर मे जाने की अनुमति होगी। कृष्ण जन्माष्टमीके दिन मंदिर मे लाखो भक्तो की भीड़ रहती है। 

2. रुकमणि मंदिर(Rukmini Devi Mandir)

यह मंदिर द्वारकाधीश मंदिर से लगभग 4km दूर स्थित है। मंदिर मे देवी रुकमणि की पूजा होती है। इसी जगह पर ऋषि दुर्वाषा ने देवी रुकमणि को कृष्ण से बिछड़ने का श्राप दिया था। 

3. बैट द्वारिकापुरी(Beyt Dwarikapuri) 

यहाँ पर भगवान श्री कृष्ण ने अपनी रानियो के लिए अलग अलग सोने के महलो का निर्माण करवाया था। यह स्थान बहुत सुंदर तथा रमनीय है। द्वारका मंदिर के साथ साथ यहाँ भी घूमने जाना बेहद दर्शनीय है।

इसी स्थान भगवान श्री कृष्ण का अपने मित्रा सुदामा से मिलन हुआ था। यह स्थान द्वारकाधीश मंदिर से लगभग 30km की दूरी पर स्थित है। चारो तरफ से यह स्थल समुन्द्र से घिरा हुआ है। यहाँ पर भगवान श्री कृष्ण का 5000 साल पुराना मंदिर है।

4. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग(Nageshvara Jyotirlinga)

यह ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग मे से एक है। यह द्वारका मंदिर से लगभग 20km की दूरी पर स्थित है। यहाँ पर भगवान शिव की 125फीट ऊंची प्रतिमा मुख्य आकर्षण का केंद्र है।

5. गोपी तालाब(Gopi Talav)

यह तालाब बैट द्वारका पूरी मे स्थित है। यहाँ पर गोपीनाथ मंदिर है, श्री कृष्ण भगवान ने गोपियो के साथ अंतिम रासलीला यही की थी। रासलीला के बाद मे श्री कृष्ण भगवान ने यही अपना देह त्याग दिया था तथ गोपियो ने इसी तालाब मे कूद कर अपनी जान दी थी।

यहाँ की मिट्टी पीले रंग की होती है। यहाँ पर आने वाले भक्तो को मिट्टी का बना हुआ चन्दन अपने साथ ले जाना चाहिए।

6. ओखा गांव(Okha)

ओखा गांव द्वारकापुरी से लगभग 30km की दूरी पर स्थित है। यहां पर बहुत ही सुंदर लाइट हाउस बना हुआ है। लाइट हाउस को देखने के लिए पर्यटक लोग यहां आते रहते है।

अगर आप द्वारकापुरी जा रहे हो तो आपको इस खूबसूरत गांव का भ्रमण करना चाहिए।

7. द्वारका समुंद्री तट

द्वारका समुंद्र के किनारे पर आया हुआ है। यहां के समुंद्र के किनारे एकदम साफ सुथरे और नरम रेत के कारण प्रसिद्ध है। द्वारकापुरी के समुंद्र के किनारे बहुत से रेस्टोरेंट और होटल है जहां का आप आनंद ले सकते है।

8. सुदामा सेतु(Sudama Setu)

सुदामा सेतु भगवान श्री कृष्ण के बचपन के मित्र सुदामा के नाम से जाना जाता है। यह सेतु द्वारकापुरी में फोटोग्राफी के लिए सबसे शानदार जगह है। यहां से आप समुंद्र और यहां की नदियों के संगम को आराम से देख सकते हो और उनको फोटो में कैद कर सकते हो।

9. गोमती घाट (Gomti Ghat)

गोमती नदी के किनारे पर स्थित गोमती घाट पर लोग स्नान करने आते है। कथाओं में माना गया है कि गोमती घाट ने स्नान करने से इंसान के सारे पाप धुल जाते है। इस घाट के आसपास बहुत सारे पुराने मंदिर स्थित है।

10. श्री स्वामीनारायण मंदिर (Shree Swaminarayan Mandir)

श्री स्वामीनारायण मंदिर द्वारकाधीश मंदिर से 5km की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है। यहां पर हिंदू परंपराओं और वास्तुकला को देखने के लिए बहुत पर्यटक आते है। 

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