मंदिर में दर्शन के तुरंत बाद स्नान क्यों नहीं करना चाहिए
हमारे सनातन धर्म में पूजा पाठ और मंदिरों में दर्शन करने के लिए कई नियमों का पालन करना पड़ता है। इन नियमों के पीछे अनेकों धार्मिक, वैज्ञानिक और ज्योतिषी कारण होते है। ऐसे ही इन नियमों में से सबसे पहला और महत्वपूर्ण नियम यह है कि स्नान करने के बाद ही मंदिर में जाना चाहिए।
मंदिर में जाने से पहले हर व्यक्ति को स्नान करके जाना चाहिए। स्नान करने व्यक्ति का मन और तन पवित्र हो जाता है। जब हम रात को सोते है तब हमारे शरीर में नकारात्मक ऊर्जाओं का समावेश हो जाता है। ऐसे में सुबह स्नान करके मंदिर में जाने से सारी नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है और हमारे शरीर में नई सकारात्मक ऊर्जा जागृत होती है।
मंदिर में दर्शन के तुरंत बाद स्नान की क्यों नहीं करना चाहिए
मंदिर में बैठकर भगवान की पूजा और प्रार्थना करने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा जागृत होती है और मन शांत होता है। मंदिर में जाने से पहले स्नान करके जाना जितना जरूरी है उतना ही मंदिर से आने के बाद स्नान नही करना जरूरी है। आइए हमारे आचार्य तरुण कुमार त्रिवेदी जी से जानते है कि मंदिर से आने के बाद क्यों स्नान नहीं करना चाहिए और इसके पीछे क्या कारण है?
मंदिर में दर्शन के तुरंत बाद स्नान करने से सकारात्मक ऊर्जा कम हो जाती है।
हमारे हिंदू धर्म में मान्यता है कि मंदिर में जाने से शरीर के अंदर की सारी बुरी शक्तियां नष्ट हो जाती है और नई सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। लेकिन यदि आप मंदिर से आने के बाद स्नान करते है तो सकारात्मक ऊर्जा कम हो जाती है और आपको मंदिर में भगवान के दर्शन का सम्पूर्ण फल नही मिलता है।
मंदिर में दर्शन के तुरंत बाद स्नान आशीर्वाद के प्रभाव को कम कर देता है
हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि मंदिर में दर्शन के बाद स्नान करने से भगवान के आशीर्वाद का असर कम हो जाता है। इसके साथ ही मंदिर में लगी भगवान की मूर्तियों से मिलने वाली आंतरिक शक्तियों का ह्रास भी हो सकता है। मंदिर में भगवान की पूजा पाठ करने से जो शुभ फल प्राप्त होता है वो स्नान करने के कारण से कम हो जाता है।
किसी भी अशुभ काम के बाद स्नान किया जाता है
हमारे आचार्य तरुण कुमार त्रिवेदी बताते है कि हमारे हिंदू धर्म में किसी अशुभ काम को करने के बाद हमेशा स्नान किया जाता है। जैसे किसी की मृत्यु पर उसके दाह संस्कार में जाने के बाद या किसी शव को स्पर्श करने के बाद या शौच जाने के बाद और भी अनेकों ऐसे अशुभ काम है जिसको करने के बाद आपको स्नान करना चाहिए लेकिन मंदिर जैसी पवित्र जगह पर जाने के बाद नहाना नही चाहिए। और आप मंदिर से आने के तुरंत बाद स्नान करते हो तो यह मंदिर के प्रति अपमान होता है।
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भगवान के मंदिर में जाने के कुछ विशेष नियम
हमारे आचार्य तरुण कुमार बताते है कि मंदिर में दर्शन के हिंदू धर्म में कई नियम होते है, जिनका पालन हर हिंदू को करना चाहिए। इन नियमों का पालन करने से भगवान के दर्शन से पूर्ण फल मिलता है और घर में समृद्धि आती है।
यह नियम निम्न प्रकार से है-
1. मंदिर में प्रवेश से पूर्व औरतों के सिर ढके होने चाहिए।
2. मंदिर की सीढ़ियों को झुककर प्रणाम करना चाहिए।
3. मंदिर में शांति का वातावरण बनाए रखना चाहिए।
4. मंदिर के अंदर स्नान करके जाना चाहिए।
5. मंदिर में दर्शन के बाद नहाना नही चाहिए।
इन सभी नियमों का हर हिंदू को मंदिर में जाने के लिए करना चाहिए। ऐसा करने से इच्छित फल की प्राप्ति होती है और जीवन में आपकी सफलता के द्वार खुल जाते है।
यदि आप मंदिर में भगवान के दर्शन के बाद तुरंत स्नान करते है तो आपको मंदिर में दर्शन करने का कोई फल नही मिलेगा। यदि आप किसी कारण से स्नान करना चाहते है तो आपको मंदिर से आने के बाद थोड़ी देर बैठकर स्नान करना चाहिए।